भ्रस्ताचार
महंगाई यू मार जाएगी कभी सोचा न था
जिस देश को सोने की चिड़िया कहते थे पहले
पहले फिरंगीयो ने लुटा फिर भ्रस्त्ताचारियो ने लुटा कभी सोचा न था काला धन काला बजारी सरेआम कर रहें है और गोदामों मैं अनाज यू ही सड रहें हैं
गरीब जनता भूखे मर रही हैं।
महंगाई यू मार जाएगी कभी सोचा न था .
याद हमे आता हैं वो गुलामी का वक्त जब देश को आजाद कराने हमारे वीर शहीद हूए हँसते हँसते फाँसी के फंदे पर झूले और हमे कर गये आजाद .
पर यह क्या काला बजारी भ्रस्त्ताचारियो ने फिर इस देश को गुलाम बनाने की शायद ले ली हे शपथ।
वो अपना गोदाम भर रहें हैं औरो के मुहं का निवाला छीन कर वो शान से जी रहें हैं।
कुछ देश भक्तो का धडकता दिल दर्द से कहरा रहा और अन्ना हजारे लड़खडाते कदमों से देश भक्ती का जज्बा लिए फिर लड़ने को तेयार हैं।
हाय हमारा दुर्भाग्य की भ्रस्त्ताचारि कर रहें 'ऐश और बाबा जी पहन लंगोटी लड़ रहें हैं केस'।
धरना दे रहें लाठी खा रहें साथ ही जेल जा रहें इस देश को बचाने के लिए क्या कर रहें शर्म शायद खत्म हो गयी भ्रस्त्ताचारियो की दे दो इन्हें देश निकाला या दे दो फांसी ....
भ्रष्टाचार आज देश की बड़ी समस्या हैं आप का लेख भ्रष्टाचारियो पर प्रहार हैं बाबा जी पहन लंगोटी लड़ रहें हैं केस'। पंक्ति सच मैं आनंद आगया
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