Sunday, 25 March 2012

मोक्ष



मोक्ष 
अकेले सभी आते हैं अकेले सभी जाते हैं पर सारी जिंदगी अकेले रहता नहीं कोई.
इंसानों के बीच रहतें हुए भी अकेले हैं क्योकि हर व्यक्ति को सिर्फ अपनी ही पड़ी है वो लोग कितने खुशकिस्मत होते हैं जिन्हें हमदर्द मिलता हैं दर्द बटता है या फिर प्यार करता हैं आखिर हमने ऐसा कौनसा गुनाह   किया की हमे कोई समझने को तेयार नही हम कोशिश  करते हैं हम से खता न हो फिर भी खता हो न हो हम सजा भुगतने को तेयार रहतें हैं सिर्फ इस उम्मीद पर की शायद वो इस बात पर हमे अपना समझे पर नहीं चोट फिर हमने खाई किसी को भी नज़र नहीं आई क्योंकी हम अकेले है और अकेले रहेंगे सारी जिंदगी दुनिया रूपी श्मसान मैं आत्मा की तरह भटक रहें हैं कब मोक्ष मिले या अत्रप्त आत्मा को दुबारा जन्म ले और फिर मृत दुनिया मैं ज़ीने की कोशिस करे  

1 comment:

  1. Jindagi se paaye kyaa,moskh yaa chaale
    Krishna ki yaad kar,jindagi sajaale

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