दिखावा
व्यक्ति सिर्फ दिखावा करते करते ही मर जाता हैं और अपनी असल जिन्दगी जी नही पता इंसान को हकीकत से वाकिफ होना चाहिए
हमारे संस्कार हमारा प्यार हमारा एक दुसरे के प्रति त्याग इसे ही कहते हैं जिन्दगी जिना जहा अपनों को खुश देखकर दुगना खुशी होना अपने स्वार्थ को त्याग कर कितनी ख़ुशी मिलती हैं मगर आज के समाज की स्थति इतनी विकट हो चुकी है की एक इंसान दुसरे इंसान को रोककर उपलब्धी प्राप्त करता हैं अपनी खुशी के लिए दुसरो का हर तरह से शोषण करता हैं.
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